सामना ने आतंकी खतरे का बहाना बनाकर सुधींद्र पर साधा निशाना
शिवसेना ने ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के चेयरमैन सुधींद्र कुलकर्णी पर फिर से निशाना साधा है। शिवसेना की नाराजगी का कारण कुलकर्णी द्वारा पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी की पुस्तक का विमोचन कराना है।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। शिवसेना ने ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के चेयरमैन सुधींद्र कुलकर्णी पर फिर से निशाना साधा है। शिवसेना की नाराजगी का कारण कुलकर्णी द्वारा पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी की पुस्तक का विमोचन कराना है।
गुरुवार को अपने मुखपत्र सामना में "सावधान, शांतिदूत पधार रहे हैं" शीर्षक से शिवसेना ने कुलकर्णी पर तीखी टिप्पणियां की हैं। दिल्ली और मुंबई में आतंकी खतरे की रिपोर्ट को कुलकर्णी पर निशाने का बहाना बनाया गया है। सामना में लिखा गया है, "रेड एलर्ट में भले ही चेतावनी दी जा रही हो, लेकिन जनता को डरने की जरूरत नहीं है। क्योंकि अब देश को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी पाकिस्तान प्रेमी शांतिदूत ने ले रखी है।"
संपादकीय के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से आनेवाला हर व्यक्ति शांति का पैगाम लेकर ही इधर आएगा। इसलिए आने वाले तीनों आतंकवादी शांतिदूतों के लिए गलीचा बिछाकर पुलिस को उनकी सुरक्षा का पुख्ता बंदोबस्त करना पड़ेगा।
आईबी की रिपोर्ट के अनुसार मोहम्मद एजाजुद्दीन, अमजद खान एवं महबूब गुड्डू नामक तीन सिमी के सदस्य मुंबई और दिल्ली में आतंकी कार्रवाई करना चाहते हैं। सामना में व्यंग्य करते हुए लिखा गया है कि ओम शांति शांति का जप करते हुए आतंकवादियों के हाथों मरण स्वीकार करना और देश की सहिष्णुता, अतिथि देवो भव धर्म का पालन करना ही हमारा परम कर्तव्य बन चुका है।
संपादकीय में कहा गया है कि इन तीनों आतंकवादियों का पता आईबी वालों को सुधींद्र कुलकर्णी को सौंप देना चाहिए। ताकि इन तीनों के सम्मान में कोई सत्कार समारोह आयोजित कर, उनसे वार्तालाप किया जा सके। साथ ही, मुंबई और महाराष्ट्र के समस्त पुलिस दल को इन तीनों शांतिदूतों के संरक्षणार्थ तैनात किया जाना चाहिए।