पुरस्कार लौटाने पर कवि केकी ने की अपील, सरकार करे हस्तक्षेप
लेखकों द्वारा साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने का सिलसिला जारी है। इस बीच अंग्रेजी भाषा में लिखने वाले कवि केकी दारुवाला ने सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। दारुवाला ने कहा कि सरकार को लेखकों की बात सुननी चाहिए कि वे क्या कहना चाहते हैं?
नई दिल्ली । लेखकों द्वारा साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने का सिलसिला जारी है। इस बीच अंग्रेजी भाषा में लिखने वाले कवि केकी दारुवाला ने सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। दारुवाला ने कहा कि सरकार को लेखकों की बात सुननी चाहिए कि वे क्या कहना चाहते हैं? केकी को उनकी लघु कहानियों व कविताओं के लिए वर्ष 1984 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
पुरस्कार लौटाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह अकादमी की उदासीनता है। केकी ने कहा कि हमारा विरोध लेखक की गोली मारकर हत्या किए जाने को लेकर है। यह साहित्य अकादमी पर हमला है। उन्होंने कहा कि मैंने लिखा है कि 'लोग महसूस कर रहे हैं कि देश में इस वक्त असहिष्णुता का माहौल है'। साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित केकी ने कहा कि इस हालात के लिए यह एक कारण नहीं हो सकता, ऐसे हालातों के लिए कई कारण हैं।
उन्होंने कहा कि मेरे पास कई लेखक व साहित्यकार आ रहे हैं और वे चहते हैं कि हम सभी लोग मिलजुलकर कोई रास्ता निकालें। कवि केकी ने अपील करते हुए कहा कि सरकार को चाहिए कि इस मामले में वह जल्द कोई कदम उठाए।