पाक से आए हिंदू परिवारों ने मांगी भारत की नागरिकता
पाकिस्तान से कुछ दिनों पहले भारत आए कुछ हिंदू परिवार अब वापस पाकिस्तान नहीं जाना चाहते हैं । हिंदू परिवारों का कहना है कि पाकिस्तान में उनका जीना मुश्किल हो गया है । वहां इन्हें प्रताड़ित किया जाता है ।
जयपुर। पाकिस्तान से धार्मिक वीजा पर भारत आए हिंदू परिवार अब फिर से स्वदेश नहीं लौटना चाहते। इनका कहना है कि वहां मुसलमान बनने के लिए दबाव डाला जाता है। कई हिंदू परिवारों को वहां जबरदस्ती मुसलमान बनाया गया। राजस्थान के जैसलमेर जिले में पाकिस्तान से आए कुछ हिंदू परिवार सहमे हुए हैं कि कहीं उन्हें वापस पाक न भेज दिया जाए। लगभग 88 लोग करीब 6 महीने पहले धार्मिक वीजा पर हरिद्वार आए थे और उसके बाद वापस पाकिस्तान नहीं गए। करीब 2 महीने पहले जैसलमेर आकर बस गए हैं। वीजा अवधि बढ़ाने के लिए उन्होंने सरकार को प्रार्थना पत्र दिया है।
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स्थानीय खुफियां एजेंसियां लगातार इन लोगों की जांच कर रही हैं। हालांकि इन्हें सोमवार को लौटना था, लेकिन इन्हें यहां रहने के लिए 15 दिन का समय और दे दिया गया है। विस्थापितों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर भारती नागरिकता देने का आग्रह किया।
राज्य सरकार ने अपनाया नरम रुख
विस्थापित परिवार मंगलवार को जयपुर में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मुलाकात करेंगे। राज्य के चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ का कहना है कि हमारी सरकार रियायत देने को तैयार है, सीएम इस मामले में गंभीर हैं। कानूनों में जो भी संशोधन किया जाना है, उस पर चर्चा जारी है।
2002 से भारत आने का कर रहे थे प्रयास
पाकिस्तान के डेरकी इलाके में रहने वाले ये हिंदू परिवार 2002 से भारत आने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन उन्हें जैसलमेर और जोधपुर का वीजा नहीं मिला। आखिरकार उन्हें हरिद्वार के लिए धार्मिक वीजा मिल गया। 30 अप्रैल 2015 को वो हरिद्वार आ गए थे। करीब दो माह पहले जैसलमेर शहर के नजदीक आकर बस गए।