पति फंदे पर तड़पता रहा, पत्नी ने बचाने वालों को मारकर भगाया
जब युवक फंदे पर झूल रहा था तो पत्नी उसे देख रही थी। उसे बचाने आए लोगों को पत्नी ने मारकर भगा दिया।
इंदौर। यहां इंदिरा एकता नगर में शनिवार दोपहर एक युवक ने फांसी लगा ली। वह सुबह भी दो बार इसकी कोशिश कर चुका था, लेकिन रस्सी टूटने से बच गया था। जब युवक फंदे पर झूल रहा था तो पत्नी उसे देख रही थी। मां और पड़ोसी बचाने आए तो पत्नी ने उन्हें पत्थर और झाड़ू मारकर भगा दिया।
आजाद नगर पुलिस के मुताबिक 34 वर्षीय गजानन उर्फ गजा सिरसाठ को पत्नी पद्मा शनिवार सुबह एमवाय अस्पताल लेकर पहुंची। डॉक्टर ने गजानन को मृत घोषित किया तो शव को छोड़कर चली गई। इस बीच गजा के पिता, मां गीता, भाई बब्बन और भाभी सुरेखा भी अस्पताल पहुंचे। मां रो-रोकर बेहोश हो गई, जिन्हें परिजन ने तत्काल भर्ती कराया। परिजनों ने गजा की आत्महत्या के लिए उसकी पत्नी को जिम्मेदार बताया। पद्मा व गजा का 13 साल पहले विवाह हुआ था। इनके दो बेटे भी हैं।
फांसी लगा ले, ट्रक के नीचे आ जा, लेकिन खाना नहीं दूंगी
गजा के पिता बंसीलाल ने बताया- पद्मा मुझे और पत्नी को साथ नहीं रखना चाहती थी। इसी बात पर गजा से झगड़ती थी। बुढ़ापे के कारण गजा हमें छोड़ नहीं रहा था। रात को पद्मा ने हमारे साथ मारपीट की। गजा को भी पीटा। सुबह जब वह खाना खाने घर आया तो पद्मा फिर झगड़ने लगी। वह बोलने लगी कि फांसी लगा ले...ट्रक के नीचे आ जा, लेकिन खाना नहीं दूंगी। इस पर वह गुस्से में फांसी लगाने कमरे में चला गया।
मेरा पति है, मर रहा है तो मरने दो
जब वह फंदा लगा रहा था तो मां गीता व पड़ोस की महिला उसे बचाने दौड़ी। पद्मा दरवाजे पर खड़ी हो गई। किसी को अंदर नहीं जाने दिया। वह बोलने लगी कि मेरा पति है। मर रहा है तो मरने दो। जब हम जबर्दस्ती घर में जाने लगे तो पद्मा झाड़ू से और पत्थर से मारने लगी।
दोस्तों को बताया फांसी लगा रहा था, रस्सी टूट गई तो मजाक समझा
दोस्त योगेंद्र चौहान ने बताया कि गजा ऑटो चलाता था। वह धार्मिक प्रवृत्ति का था। उसने ही मूसाखेड़ी चौराहे पर साईं बाबा का मंदिर बनवाने के लिए रुपए इकट्ठा किए थे। पत्नी के विवाद से वह डिप्रेशन में रहता था। पद्मा से विवाद के कारण गजा ने सुबह फांसी लगाने का प्रयास किया।
दो बार रस्सी टूट गई तो वह चौराहे पर दोस्तों से मिलने आया और बताया कि वह आत्महत्या कर रहा था, रस्सी टूट गई। सभी ने उसकी बात को मजाक समझा। उसके बाद वह घर चला गया। आधे घंटे बाद सूचना मिली कि उसने फांसी लगा ली।
ट्रेन से कूदकर पति को फंसाना चाहती थी
परिजन का आरोप है कि पद्मा 15 दिन पहले उज्जैन जाने वाली ट्रेन में चढ़ गई थी। वह एमआर-10 पर चलती ट्रेन से कूद गई। सिर में गहरी चोट आई। कर्ज लेकर गजा और उसके पिता ने पद्मा का इलाज कराया। इसके बावजूद वह ससुराल वालों को दहेज प्रताड़ना के झूठे केस में फंसाना चाहती थी।
साभारः नई दुनिया