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पाकिस्तानी परिवार को मुंबई में नहीं मिला कमरा, सड़क पर गुजारी रात

हाजी अली दरगाह पर अपने बेटे के लिए मन्नतें मांगने आए एक परिवार को मुंबई के होटलों में रहने के लिए कहीं भी ठिकाना नहीं मिला। इस परिवार को पूरी रात फुटपाथ पर गुजारनी पड़ी।

By Test3 Test3Edited By: Published: Fri, 16 Oct 2015 04:52 PM (IST)Updated: Fri, 16 Oct 2015 07:34 PM (IST)
पाकिस्तानी परिवार को मुंबई में नहीं मिला कमरा, सड़क पर गुजारी रात

मुंबई। हाजी अली दरगाह पर अपने बेटे के लिए मन्नतें मांगने आए एक परिवार को मुंबई के होटलों में रहने के लिए कहीं भी ठिकाना नहीं मिला। इस परिवार को पूरी रात फुटपाथ पर गुजारनी पड़ी। रेलवे विभाग के सीनियर इंस्पेक्टर आर.के. आर्य ने कहा कि जब पूरे मुंबई के होटलों में पांच सदस्यों के इस पाकिस्तानी परिवार को कहीं भी कमरा नहीं मिला तब रेलवे पुलिस फोर्स के एक सब-इंस्पेक्टर ने इनकी मदद की।

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40 दिनों के वीजा पर ये परिवार पाकिस्तान से बुधवार को भारत आया था। बुधवार को दोपहर बाद पाकिस्तान का ये परिवार सूर्यांगी एक्सप्रेस से मुंबई के सेंट्रल रेलवे स्टेशन पहुंचा। लेकिन, इनकी अग्नि परीक्षा तब शुरु हुई जब दक्षिण मुंबई में कई जगहों पर होटलों और लॉज में कमरे ढूंढने के बाद भी इन्हें यहां रहने के लिए किसी ने कमरा नहीं दिया। मुसीबत की घड़ी में इस पाकिस्तानी परिवार की मदद करनेवाले आरपीएफ सब-इंस्पेक्टर महेश चौहान ने इस पाकिस्तानी परिवार को कमरे नहीं देने की वजह फॉर्म सी को बताया। चौहान का कहना था कि "अगर विदेश से कोई भी वीजा पर आता है उसे होटलों में रुकने के लिए फॉर्म सी भरना पड़ता है, जिसे बाद में होटल की तरफ से सरकारी विभाग में जमा कराया जाता है। लेकिन, होटल और लॉज के मालिक उस फॉर्म सी को नहीं भरना चाहते थे।" महेश चौहान ने कहा कि होटल और लॉज के मालिकों ने इस पाकिस्तानी परिवार से कहा कि उनके पास ज्यादा लड़के नहीं है जो इस अतिरिक्त काम को करवा सके और सी-फॉर्म को जाकर जमा करवाए।

पाकिस्तानी परिवार के कागजातों की जांच करने के बाद आरपीएफ के सब-इंस्पेक्टर महेश चौहान इन्हें मुंबई के सेंट्रल पुलिस स्टेशन ले गए जो कि रेलवे स्टेशन के बाहर बना है। वहां पर चौहान ने उन लोगों से कुछ देर आराम करने के लिए कहने के साथ ही उनसे चाय और स्नैक्स के लिए भी पूछा। ये परिवार रात के करीब एक से डेढ़ बजे तक पुलिस केबिन के पास रुका रहा। उसके बाद ये परिवार जोधपुर जाने से पहले तक रेलवे स्टेशन के फुटपाथ पर ही रुका रहा। लेकिन, मुंबई में आने के बाद जिस तरह का कड़वा अनुभव इस परिवार का रहा, उसके बाद इस परिवार ने अपनी यात्रा में कटौती करते हुए कल ही वापस पाकिस्तान लौट गया।

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इस परिवार ने महेश चौहान को बताया कि वे सभी हाजी अली दरगाह पर 12 साल के बेटे के ठीक होने की मन्नतें मांगने के लिए जा रहे थे, जो मानसिक तौर पर कमजोर है। इस परिवार ने अपने 18 तारीख की वापसी के टिकट को कैंसिल करते हुए दहगाह पर प्रार्थना की और उसके बाद कल ही लोकशक्ति एक्सप्रेस से जोधपुर के लिए रवाना हो गए।


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